दुनिया का हर इंसान अपनी लाइफ में कामयाब होने और कुछ बड़ा करने की इच्छा रखता है. लेकिन सिर्फ कुछ लोग ही ऐसे होते हैं जो कि लाइफ में सफलता की बुलंदियों को छू पाते हैं। असल में कोई भी इंसान सफलता की सीढ़ियां तभी चढ़ पाता है जब उसको success हांसिल करने का सही तरीका पता हो और यह चीज हम लोगों को एक किताब से बेहतर और कोई नहीं सिखा सकता है।
आज के इस article में हम आपको Think And Grow Rich नाम की एक ऐसी किताब के बारे में बताने वाले हैं जोकि ना सिर्फ लोगों की नॉलेज को बढ़ाती है बल्कि साथ ही उन्हें सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ने के मंत्र भी सिखाती है। तो जानते है इस किताब में लिखे उन principles के बारे में जिन्हें follow करके दुनियाभर के न जाने कितने लोग success हासिल कर चुके हैं।
1. Burning Desire (तीव्र इच्छा):
इस किताब के ऑथर नेपोलियन हिल यह कहते हैं कि दुनिया में जो कुछ भी होता है वो डिजायर यानि की इच्छा की वजह से ही होता है। जैसे आपकी इच्छा इस article को पढ्ने की हुई इसलिए आप इस समय इस article कोपढ़ रहे हैं। इसी तरह दुनिया का हर एक काम इंसान की डिजायर की वजह से ही होता है। अब आमतौर पर डिजायर एक ऐसी चीज है जो कि आती जाती और समय के साथ बदलती रहती है.
लेकिन एक चीज जो इंसान को सच में उसके गोल को अचीव करने में मदद करती है वह होती है उसकी burning desire हिन्दी भाषा में कहें तो तीव्र इच्छा। जब किसी इंसान के अंदर ये बर्निंग डिजायर आती है तो वो खाना, पीना, सोना सब भूल जाता है और वह अपनी पूरी शिद्दत के साथ इस डिजायर को पूरा करने में जुट जाता है। असल में इंसान अगर चाहे तो अपनी किसी भी चाहत को बार बार सोच कर या फिर उसके बारे में पढ़कर उसको अपनी बर्निंग डिजायर बना सकता है।
खुद author नेपोलियन हिल कहते हैं कि अगर किसी इंसान के अंदर किसी चीज की बर्निंग डिजायर है तो उसको वो चीज हासिल करने से कोई नहीं रोक सकता। तो फिर अगर आप भी अपनी लाइफ में सक्सेस हासिल करना चाहते हैं तो फिर आपको भी अपने नॉर्मल डिजायर को बर्निंग डिजायर में बदलना होगा।
2. Think and Grow Rich with Faith:
मान लीजिए कि किसी इंसान के अंदर अपने गोल को अचीव करने के लिए बर्निंग डिजायर तो है लेकिन उस इंसान को न तो प्रकृति पर और ना ही खुद पर यह विश्वास है कि वो अपने इस गोल को अचीव कर पाएगा। उसके मन में एक तरह का डर और एक तरह का डाउट है कि वह यह काम कर पाएगा या नहीं। तो फिर बताइए क्या वो इंसान कभी अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता है।
ऐसी स्थिति में वो इंसान कभी भी अपने गोल को अचीव नहीं कर पाएगा क्योंकि इतिहास गवाह है कि दुनिया में उन्हीं लोगों ने कुछ करके दिखाया है जिनके मन में faith और खुद पर भरोसा था। इसीलिए हर इंसान को खुद पर और प्रकृति पर पूरी तरह से भरोसा करके ही अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ना चाहिए. अपने मन में faith रखते हुए हमेशा यह सोचना चाहिए कि सब कुछ अच्छा ही होगा. ऐसी सोच रखने वाला इंसान ही लाइफ में कामयाब हो पाता है न कि खुद के ऊपर संदेह करने वाला।
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3. Auto Suggestion:
ऑटो सजेशन का मतलब खुद अपने आपको ही सलाह देना होता है यानी खुद से ही बार बार कोई ऐसी बात करना कि आप खुद उस बात को सच मानने लगें। असल में आपके माइंड को आपसे बेहतर और असरदार सलाह कोई नहीं दे सकता। उदाहरण के लिए अगर आप खुद से हर रोज यह करना शुरू कर दें कि तू दुनिया में कुछ बड़ा कुछ अलग करने के लिए पैदा हुआ है तो फिर आपका माइंड कुछ ही समय में आपके सजेशन को सच मान लेगा.
फिर आपके माइंड में खुद को लेकर एक विश्वास बन जाएगा कि आप लाइफ में कुछ अलग या फिर कुछ बड़ा जरूर करेंगे. इस बुक के आधार पर नेपोलियन हिल यह कहते हैं कि कोई भी इंसान जो लाइफ में सक्सेस पाना या फिर गोल अचीव करना चाहता है उसके लिए ऑटो सजेशन की प्रैक्टिस करना बहुत ही जरूरी होता है।
4. Organized Planning:
बहुत बार ऐसा होता है कि लोगों के पास अपने गोल को अचीव करने के लिए बर्निंग डिजायर खुद पर विश्वास और अच्छी नॉलेज यह सब कुछ होता है लेकिन फिर भी वे लोग सालों साल मेहनत करने के बावजूद भी अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाते हैं। पर ऐसा होने का सबसे बड़ा रीजन यह होता है कि उन लोगों को चीजे सही ढंग से प्लान करने की नॉलेज नहीं होती है.
वे लोग नहीं जानते कि कैसे अपनी स्किल्स को निखारा जाए कैसे अपने प्रॉडक्ट को बेहतर बनाया जाए. कैसे इसको दुनिया तक पहुंचाया जाए। यानि की क्या करना है? कितना करना है? कब करना है? और कैसे करना है? इन सब की नॉलेज होना ही organized planning कहलाती है और author नेपोलियन हिल कहते हैं कि organized planning के बिना दुनिया का कोई भी इंसान कभी भी कामयाब नहीं हो सकता है।
5. Always Have A Mastermind:
जिसको think tank भी कहा जाता है यह लोगों का एक ऐसा ग्रुप होता है जोकि अपने अपने फील्ड के expert होते हैं। उदाहरण के लिए दुनिया में जितने भी बड़े बड़े बिजनेस मैन हैं. वो अपना कोई भी अहम डिसीजन लेने से पहले उसकी चर्चा एक ऐसे व्यक्ति से करते हैं जोकि उस पेड़ का एक्सपर्ट होता है. जैसे कि उन्हें फाइनेंस से रिलेटेड कोई डिसीजन लेना होता है तो फिर उसको वह किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के साथ में ही डिस्कस करते हैं।
अब अगर उन्हें मार्केट का कोई डिसीजन लेना होता है तो फिर वह मार्केटिंग एक्सपर्ट सही सलाह लेते हैं। यानि की उनके पास हर एक फील्ड से जुड़ा हुआ एक एक्सपर्ट होता है. यही सब एक्सपर्ट्स आपस में मिलकर एक मास्टर माइंड ग्रुप या फिर think tank कहलाते हैं। इसलिए आर्थर कहते हैं कि कामयाबी हासिल करने के लिए हर इंसान के पास ही इस तरह का एक मास्टर माइंड ग्रुप होना बहुत जरूरी है जिससे कि वह गलत डिसीजन लेने से बच सके।
6. Sixth Sense:
कुछ भी बुरा या अच्छा होने से पहले हमारे दिल और दिमाग में एक हलचल होती है और हमारा दिमाग हमें स्पेशल किस्म का सिग्नल देता है जिसको 6th sense, gut feeling या फिर हिन्दी में छठी चेतना भी कहा जाता है। दुनिया में हर इंसान के अंदर sixth sense होता है लेकिन इसका सही इस्तेमाल करना सभी लोग नहीं जानते हैं। इंसान को अपनी छठी चेतना को सही सही पहचानने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह लाइफ के अंदर आगे बढ़ने में आपके बहुत हेल्प करता है। अब इसके लिए अपने दिमाग को शांत और साफ रहना सिखाइए ताकि जब आपका sixth sense आपके दिमाग को कोई मैसेज दे तो फिर वो आपको साफ साफ समझ में आ जाए।
7. Persistence:
इस किताब का आखिरी important principal है जिसका मतलब दृढ़ता, अटलता, जिद और वो मानसिक मजबूती होती है जो कि आपको हमेशा अपने लक्ष्य की तरह बांधे रहती है। फिर चाहे आपको लाइफ में कितनी ही नाकामियों का सामना क्यों न करना पड़े। लेकिन अगर आप अपने गोल के लिए persistence होंगे तो फिर आप अपनी नाकामियों से निराश होने की बजाय अपने लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश में हमेशा लगे रहेंगे।
दुनिया में जितने भी रिच और कामयाब लोग मौजूद हैं उनमें से कोई भी अपनी पहली कोशिश में कामयाब नहीं हुआ है। उन लोगों ने भी समय समय पर अपनी लाइफ में ना जाने कितनी असफलताओं का सामना किया और ऐसे में अगर वो persistence यानि की दृढ़ नहीं होते तो कब का हार मान चुके होते। लेकिन उनके अंदर persistence कूट कूट कर भरी हुई थी इसलिए आज उन्हें दुनिया के सबसे कामयाब लोगों में शुमार किया जाता है। Author नेपोलियन हिल कहते हैं कि persistence से ही वो चीज है जोकि इंसान को give-up यानि की हार मानने से रोकती है।