आज हम आपके साथ ऐसी 17 Bad Habits शेयर करने वाले हैं जिन्हें अगर आपने वक्त रहते ठीक नहीं किया या इन्हें छोड़ा नहीं तो यही आदतें आपकी पूरी लाइफ खराब कर सकती हैं। हो सकता है आप इनमें से सिर्फ एक या दो गलत आदतें कर रहे होंगे या फिर ये भी हो सकता है कि आप इनमें से सभी गलत आदतें कर रहे हों तो वक्त रहते इन्हें ठीक कर लो और अपनी लाइफ को वेस्ट होने से बचा लो।
1. Bad Habits of Saying, Will Quit My Addiction Tomorrow:
ये बात आप और हम जानते हैं कि किसी भी addiction को छोड़ना बहुत ही मुश्किल है लेकिन वहीं हम और आप ये भी जानते हैं कि it’s not impossible. इसका मतलब आप भी अपने addiction को छोड़ सकते हैं अगर आप सच में चाहे तो लेकिन आखिर छोड़ क्यों नहीं पाते क्योंकि addiction एक escapism की तरह काम करता है जिसे करते टाइम आपका स्ट्रेस कम हो जाता है और प्लेजर ज्यादा।
तो जब हमें easily pleasure मिल रहा है तो क्यों हम उसे छोड़ के हार्डवर्क करना, अपने ड्रीम और गोल्स में काम करना लाइफ के और खुद के बारे में seriously सोचने जैसी टफ और बोरिंग चीजों को करेंगें. Addiction के चक्कर में लोग अपनी प्रफेशनल लाइफ, पर्सनल लाइफ रिलेशनशिप्स अचकचा सब खराब कर रहे हैं और शायद वो तब तक नहीं रुकेंगे जब तक वो अपनी पूरी लाइफ बद से बदतर न कर लें “choice is yours”
2. Telling People What You are Going to do Instead of Just Doing It:
हमारे words और हमारे actions से आपस में जितना मैच करें उतना ही अच्छा होगा। लेकिन इस action faking और fake social media के ज़माने में बहुत आसान हो गया है वो बोलना शो करना जो आप सच में ना कर रहे हों ये प्रॉब्लम यंग लोगों में बहुत बढती जा रही है। जहां वो online और offline लोगों से बातें करते हैं कि मैं ये करने वाला हूं वो करने वाला हूं लेकिन असल में दो चार दिन कंसल्टेंट रह पाते हैं.
लोगों में ढिंढोरा पीटते हैं और फिर धीरे धीरे वही पुराने रुटीन में आ जाते हैं। रिसर्च ये शो करते हैं कि अपने गोल्स को अनाउंस करना हमारे उस गोल को अचीव करने के चांसेस को कम कर देता है क्योंकि लोगों को बताने से हमें ऐसा लगने लगता है कि जैसे हमने उस गोल को already achieve कर लिया है जो कि आपके अंदर के उस गोल को पाने की motivation और hunger को कम करता जाता है। ये एक psychological fact है जो रिसर्चर्स कुछ शो करती हैं।
3. Perfectionism:
Theoretical physicist, cosmologist, Stephen hawking का कहना था के यूनिवर्स का बेसिक रूल है कि पूरे यूनिवर्स में कुछ परफेक्ट नहीं है। असल में perfection exists नहीं करता। बिना imperfection के नाही आप और नाही मैं पैदा होता। Even आप एक परफेक्शनिस्ट आर्टिस्ट से भी पूछोगे तो वो अपनी मास्टर पीस में भी कमियां निकाल देगा कि क्या क्या इसमें अभी बाकी है और इसमें अभी और क्या बेहतर हो सकता है।
जो चीज existent नहीं करती उसमें टाइम वेस्ट क्यों करना। उस सब कुछ परफेक्ट होने का। किसी चीज में परफेक्ट बनने का perfect movement और perfect time का wait करने में लाइफ waste मत करो। ऐक्शन लेने पर फोकस करो ना कि परफेक्शन पर।
4. Comparing Yourself With Others:
Jordan Peterson का एक लाइफ चेंजिंग quote है –
“Don’t compare yourself with other people, compare yourself with who you were yesterday”
आप खुद को दूसरों से कंपेयर मत करो बल्कि आपको खुद को उससे कम्पेयर करना चाहिए जैसे आप कल थे। आप अपने past में क्या थे और आज क्या हो शायद आप आज अपने past से ज्यादा improve होंगे या आज पहले से कम तो आपको अपने आपको फोकस करना है और improve भी बजाय सोशल मीडिया पर लोगों की फेक लाइफस्टाइल को देख के खुद के लाइफ को और खुद को कंपेयर करके depressed और insecure feel करने के. आप औरो के जैसे नहीं हों और कोई आप जैसा नहीं.
5. Blaming Instead of Talking Responsibility:
सबसे आसान होता है अपनी गलती और circumstances के लिए दूसरों को जिम्मेदार ठहरा देना। हां माना कि हम अपने पैरेंट्स को या जिस सोसायटी में हम पैदा हुए हैं इसे कंट्रोल नहीं कर सकते लेकिन बड़े होने के बाद हम अपनी कहानी जरूर लिख सकते हैं। होसकता है की आप एक poor society में पैदा हो जो काफी abusive रही हो और जिस वजह से आपको लगता कि आपको growth या opportunities नहीं मिली।
आपके पैरंट्स पार्टनर बॉस या फैन्स अच्छे न हो। आप अपनी लाइफ में stuck फील करते हों। कुछ भी हो आपके पास हमेशा दो ही choices होगी होंगे या तो आप उन्हें अपनी लाइफ कंट्रोल करने दो या अपनी लाइफ की खुद रिस्पॉन्सिबिलिटी ले लेंगे अपनी लाइफ को खुद कंट्रोल करो.
6. Fear in the Way of Progress:
आप अपनी success की आधी journey में ही हार के रुक भी सकते है because of your fears क्योंकि एक छोटा सा फीयर भी कभी कभार लोगों के दिमाग में इतना बड़ा बन जाता है जिसे वह almost paralyzed feel करते हैं और actions लेके life में आगे नहीं बढ़ पाते। तो अगर आपकी लाइफ में भी ऐसा कोई fear है जो आपको डरा के रखता है और लाइफ में आगे नहीं बढने देता तो खुद से पूछो कि क्या ऐसा सच में होना 100% तय है? या मेरा फीयर सिर्फ मेरे दिमाग की उपज है। तो आप सिर्फ कुछ सेकेंड्स में उसके बारे में भूल के लाइफ का next step ले सकते हैं।
7. Bad Eating Habit:
Food हमारी बॉडी के लिए फ्यूल की तरह work करता है जो हमारी बॉडी को पावर देता है दिन भर के टास्क के लिए। लेकिन अगर यही fuel bad quality का हो या इसमें मिलावट हो तो हमारी बॉडी भी उसी तरह react करेगी। अच्छा fuel means good and healthy food जिससे आप अच्छा परफॉर्म करोगे. Bad fuel means junk food etc. जिससे bad health, overweight, bad mental health जैसी कई प्रॉब्लम्स होती हैं तो fuel ही bad होगा तो आप कैसे अच्छा परफॉर्म कर पाओगे। कुछ वक्त सिर्फ healthy खाना खाके देखो deference अपने आप पता चल जाएगा।
8. Procrastinating:
हम सभी daily life में procrastination experience करते हैं। Which is normal क्यूंकि हम सब human beings है robot नहीं। कभी हम बीमार होते हैं कभी हमारा माइंड और बॉडी रेस्ट मांगती है और कभी ऐसी सिचुएशन आ जाती है जहां हमें अपने काम को बाद में टालना सही लगता है लेकिन ये आदत हफ्ते में एक दो बार हो तो नॉर्मल है। लेकिन procrastination कुछ लोगों की डेली हैबिट बन चुकी है। जहां productive लोग daily steps ले के अपने खूबसूरत फ्यूचर के करीब जा रहे हैं वहीं अपनी ग्रोथ और अपने ड्रीम्स को कल में टाल के शायद आप अपने goals and dreams से उतना ही दूर जा रहे हैं।
9. What Others will Think:
असल में humans social creatures के हैं और इसीलिए हम हार्ड वार्ड हैं दूसरों के द्वारा accept होने के लिए और खुद को दूसरों से कनेक्ट करने के लिए जिसके रिजल्ट में हमें इस बात के बारे में सोचते रहते हैं कि लोग क्या कहेंगे या वो मुझे accept करेंगे या नहीं और इस तरह की सोच हमारी पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल लाइफ को भी affect कर ती है.
जिस वजह से कुछ लोग अपने लिए वो करियर या लाइफ पाथ चुन लेते हैं जहां बाकी के लोग तो उनसे खुश होते हैं लेकिन वो खुद नहीं। सोसायटी फ्रेंड्स फैमिली parents ये सब क्या सोचेंगे या बोलेंगे के चक्कर में लोग अपनी पूरी लाइफ तक खराब कर देते हैं तो आप अपने instinct की सुनो लोगों की नहीं.
10. Being Sedentary All Day:
History से जानने को मिलता है कि हम ह्यूमन अपना अधिकतर दिन चलते हुए ही बिताते थे। Ancient humans लगभग 9.5 किलोमीटर चलते थे लेकिन वक्त बदला और हम बदले। More and more comfort के चक्कर में लोगों ने एक जगह में बैठे या लेटे रहने की हैबिट बना ली है। मगर Sedentary life style हमारे फिजिकल हेल्थ, मेंटल हेल्थ और स्लीप को प्रॉब्लम देती है. क्योंकि इसकी वजह से हमारी बॉडी जरा थकते नहीं हैं और बॉडी थकती नहीं हैं तो नींद भी आसानी से नहीं आती. ये सभी area आपकी लाइफ को सीधे तौर पर affect करते हैं। तो अगर एक ऐक्टिव लाइफ जीना है तो आपको भी रोज active बनना पड़ेगा।
11. Living in The Past:
हमारा past हमारे wisdom और पर्सनालिटी को एक different shape देता है लेकिन अक्सर इसी बीता हुए past में बार बार झांकना हमारे अंदर बहुत pain create कर सकता है। ये हमें हमारे present movement से दूर रखता है और हमें जिंदगी में आगे बढने से रोकता है। लेकिन past के बारे में सोच सोच के रात को ना सोच पाना और एंग्जाइटी फील करना हमारी मेंटल और फिजिकल हैल्थ दोनों के लिए ही सही नहीं है. अगर जो पर्सन अपने past की जंजीरों से ही जकड़ा रहेगा तो वो जिंदगी में भला आगे कैसे बढ़ पाएगा। तो आपको अपने past से experience और समझ के अकॉर्डिंग फ्यूचर के लिए प्लानिंग जरूर करनी चाहिए लेकिन 100% आज में जीना चाहिए।
12. Confusing The Term Busy with Productive:
ऐसी हजारों चीजें हैं जिनसे हम खुद को दिन, रात या weekends में भी बिजी रख सकते हैं। लेकिन क्या वो सभी चीजें इम्पॉर्टेंट हैं? क्या वो एक्चुअल में कोई रिजल्ट क्रिएट करने वाली हैं या वो सिर्फ हमें बिजी रखती हैं। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने घंटे मेहनत करते हो और नाही इस बात से क्या आप कितने सारे काम करते हो।
इससे आपकी performance determine नहीं होती बल्कि आपकी performance इस बात से determine होती है कि आप सिर्फ high priority वाले task को फुल फोकस और कंसंट्रेशन के साथ productively कर रहे हों या नहीं तो वही काम करो जो सच में कोई रिज़ल्ट क्रिएट करता हो और जो आपको productive बनाए ना कि सिर्फ busy.
13. Hatred and Jealousy:
अगर किसी के पास वह जो हमारे पास ना हो मगर हम चाहते हैं कि काश मुझे भी ये मिलता तो ऐसे थॉट्स और फीलिंग्स की वजह से बहुत आसान हो जाता है अधिकतर लोगों के लिए है Hatred and Jealousy feel करना। ये एक ऐसी आदत है जो हमें अंदर से खतम करती है. Accept करना ही improvement की तरफ first step है
लेकिन बहुत लोग ये बात एक्सेप्ट नहीं करते कि वो भी किसी से jealous या hate फील कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आप किसी से 1% भी hate या jealous feel करते हैं तो ये आदत छोड़ दीजये बल्कि उसकी साइकोलॉजी को समझने की कोशिश करो और move on करो. अपने अंदर फोकस करो ना कि बाहर.
14. Careless Nature:
हर चीज या बात को सीरियसली ना लेना एक अच्छी आदत है लेकिन खुद को और अपनी लाइफ को भी सीरियसली ना लेना और इसके बारे में careless रहना आपको आज तो chill महसूस करवा सकता है लेकिन आगे चलके आप काफी प्रॉब्लम फेस करने वाले हो। एक पर्सन की पर्सनैलिटी उसकी हैबिट्स और डेली रूटीन ही शो कर देता है कि वो पर्सन अपनी लाइफ को कहां ले जाने वाला है।
अगर आपकी चीजें और रूम बिखरा रहता है आप प्रॉजेक्ट्स को टाइम पर खत्म नहीं करते। टाइम और आपका छत्तीस का आंकड़ा है तो ये आपकी पर्सनैलिटी को शो करता है कि आप कितने केयरलेस पर्सन हो या serious हो about self and life.
15. You Don’t Like What You Do:
आप ऐसी जॉब के प्रफेशन में फंसे हुए हों जो आपको शुरुआत में तो लगता के आपके लिए सही होगी। अब because of responsibilities, financial issues, सोसायटी का प्रेशर etc. आप ऐसा काम कर रहे हो जिसके लिए आपको सुबह उठना तक पसंद नहीं है या फिर आप अपने वर्क को पसंद भी करते हैं तो सिर्फ इसलिए क्योंकि वह आपका अब कंफर्ट जोन बन चुका है और उससे निकलना इतना आसान नहीं है।
आप ok perform कर रहे होंगे लेकिन उस काम से रिलेटेड स्किल्स डेवलप करने में या कुछ नया सीखने में टाइम इनवेस्ट नहीं करते हो क्योंकि आप अपने काम के लिए passionate नहीं हों लेकिन अगर आप अपने इस कंफर्ट जोन को calculated planning के साथ छोड़ देते हो तो आप वो लाइव जीतोगे जो आपके लिए असली success हो.
16. Choosing Short Term Pleasure Over Long Term:
Life में कुछ भी अचीव करने के लिए consistent मेहनत और non stop habit of trying लगती है लेकिन जब present movement और short term में कोई result न दिखे तो सबसे आसान होता है short term activates में खो जाना ताकि आप खुद को या life को long term में imagine ही न कर पाओ. Short term pleasure reason है अपने long term dreams से भागने का.
अगर आपको सचमे जानना है की आपके कितने percent chances है life में successful बनने के तो आप अपने daily routine पे जरा नजर डालो और देखो कितनी activities में पुरे दिन में करता हु जो मुझे short term pleasure देती है. और कितनी activates है जो मुझे long term pleasure देने वाली है.
17. Reacting:
क्या आपको पता है हमारा सबसे ज्यादा time और energy unnecessary चीजो पे react करने पे waste होता है. Daily हमारे सामने हजार distraction आते है. लेकिन यहाँ ये matter करता है की आप केसे और कितने proactively react करते है. अगर आप अपने रास्ते में आने वाली हर एक चीझ पर time waste करोगे तो ये life भी कम पड़ेगी.
लेकिन आप अगर Stephen covey जेसे author and businessman द्वारा बताये गए reactive और proactive के बिच के difference को समाज जाते है तो आप proactive react करना सिख जायेंगे. अगर आप किसी के कुछ कहने पे या किसी के बोलने पे जितना जल्दी बिना सोचे समजे react करते है ये show करता है की आप mentally कितने strong या weak हो.