क्या आपको पता है full form of SaaS? उसका मतलब है software as a service. Software शब्द आपने अक्सर सुना ही होगा और आजकल तो शायद आप ज्यादा ही सुन रहे हैं क्योंकि मोबाइल कंप्यूटर या कोई भी टेक्नोलॉजी जिसपर हम काम कर रहे होते हैं या जो हमारे किसी purpose को solve कर रहा होता है. Basically एक सॉफ्टवेयर ही होता है जो आजकल हमारे काफी काम आता है। किसी भी सिस्टम को चलाने के लिए सॉफ्टवेयर एक कमांडिंग सिस्टम होता है जो सिस्टम को इंस्ट्रक्शन देता है कि क्या करना है। मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट, एटीएम मशीन, वेंडिंग मशीन या कोई भी इलेक्ट्रोनिक इक्विपमेंट जिसे instruction देना पड़ता है.

उसमें software programing होती है ताकि वो हमारी रिक्वायरमेंट के हिसाब से आउटपुट दे सके। जहां कहीं भी टेक्नोलॉजी यूज हो रही है वहां सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है। वीडियो गेम चलाने से लेकर के रॉकेट उड़ाने तक के काम में सॉफ्टवेयर यूज होता है। आज इस article आपको बताएँगे कि software as a service वाला बिजनस अब कैसे शुरू कर सकते हैं तो बनी रही इस केस स्टडी article के साथ सबसे पहले आसान शब्दों में समझ लेते हैं.

1. What is Software As A Service?

जब आप किसी सॉफ्टवेयर को यूज कर रहे होते हैं तो वो आपके existing system का हिस्सा होता है। जैसे कि आप कंप्यूटर चलाते हैं और उसके अंदर जो आपका windows system है वो आपके पास फिजिकली मौजूद है। आपके सिस्टम में उसे अपलोड किया गया है लेकिन software as a service का मतलब होता है कि जो भी user उस सॉफ्टवेयर को यूज करेगा वो किसी इंटरनेट ब्राउजर या वेब ब्राउजर या किसी आपके जरिये उसको यूज करेगा तो ऐसे सॉफ्टवेर को बनाने वाले सॉफ्टवेयर मेकर्स इसको सर्वर पर डालते हैं और उसे यूज करने वाले लोग अलग अलग लोकेशन से इंटरनेट के जरिए सॉफ्टवेयर को एक्सेस करते हैं।

इंटरनेट या web based software को hosted solution या web based solution भी कहा जाता है। अब बात जब software as a service की हो रही है तो आपके मन में ये सवाल भी आ रहा होगा कि मैं तो डेवलपर नहीं हूं या मेरे अंदर तो कोई भी technical qualities नहीं है। तो क्या मैं ऐसी कंपनी चला सकता हूं। जी हां ये बिल्कुल पॉसिबल है लेकिन इसके लिए आपको उन सारी चीजों की बारीकियों को समझना जरूरी है.

तभी आप अपना खुद का बिजनेस डेवलप कर पाएंगे जैसी कि service होता क्या है? इनका यूज कहां कहां होता है? वो कौन लोग हैं जो ये सर्विस डेवलप कर सकते हैं? कौन आपके कस्टमर बनेंगे? इस बिजनेस में बने रहने के लिए किन किन चीजों को जानना जरूरी है कि कुछ बेसिक बातें हैं जो लगभग हर बिजनेस पर लागू हो सकती है.

2. Identify Client Requirements:

बात करें software as a service की तो यहां पर आपके पास हजारों तरह की प्रॉब्लम आ सकती है। हर क्लाइंट की अपनी प्रॉब्लम होती है और वो प्रॉब्लम एक अलग सॉल्यूशन की मांग करती है। इतना जान लीजिए कि आप एक लाइन सॉल्यूशन सर्विस देने जा रहे हैं। इसके लिए आपको फील्ड की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए। अगर आप अपने क्लाइंट की प्रॉब्लम को सॉल्व करने में कैपेबल हैं और आपका सॉल्यूशन औरों से ज्यादा बेहतर है तो आप इस बिजनेस में ग्रो कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे बेहतर तरीका यह है कि अपने क्लाइंट से उसकी प्रॉब्लम पर खुलकर बात की जाए। अगर क्लाइंट की प्रॉब्लम को carefully सुना जाए तो सॉल्यूशन प्रोवाइड करने में काफी हेल्प हो जाती है। इसके लिए कुछ चीजों को ध्यान रखने की जरूरत है। जैसे कि क्या आपने प्रॉब्लम को आइडेंटिफाई कर लिया है? क्या आपके पास क्लाइंट की प्रॉब्लम का सॉल्यूशन है? अब क्लाइंट को जो सर्विस देने वाले हैं क्या वो उसे खरीदने की कपैसिटी रखता है?

Software as a Service

क्लाइंट जो प्रॉब्लम फेस कर रहा है उसे सॉल्व करने के लिए उसके पास क्या existing solution मौजूद है. आप उसे क्या बेहतर सर्विस देने वाले हैं तो इस बिजनेस मॉडल में सर्विस प्रोवाइडर अपने क्लाइंट को database management software, messaging software, payroll processing software, management information software, human resource management, learning management, content management, accounting, customer relationship management, invoice जैसे अलग अलग जरूरत के सॉफ्टवेयर बनाकर देता है जो इंटरनेट से ऐक्सेस होते हैं.

आपको देखना होगा कि आप जहां कहीं भी अपना सेटअप लगाने जा रहे हैं वहां पर क्लाइंट किस तरीके के हैं और उनकी क्या क्या जरूरतें हैं। क्या आपने जो category set की है उसके लिए जरूरत भर के क्लाइंट मार्केट में अवेलेबल हैं या नहीं। साथही मार्केट में ऐसे और कौन से key players है जो already software as a service का बिजनेस कर रहे हैं। ये मार्केट रिसर्च आपको अपना बिजनेस सेटअप करने में काफी हेल्प करेगा।

3. Start Software as a Service Generating Fees Structure:

साथ ही बिजनेस सेटअप करने के लिए आपको चाहिए एक्सपर्ट्स की team जिसमें सॉफ्टवेर डेवलपर्स, क्वॉलिटी टेस्ट करने वाले, इंटरफेस डिजाइन, करने वाले सिक्योरिटी देखने वाले, सर्वर मैनेज करने वाले, डेटाबेस डेवलपर्स, वेब पेज डेवलपर्स, जैसे ढेर सारे सॉफ्टवेयर इंजिनियर और architects की जरूरत पड़ेगी। कोशिश कीजिए कि सारे experts आपकी टीम में हो ताकि आप अपने क्लाइंट को एक फुल प्रूफ और कंप्लीट सॉल्यूशन दे सकें। इसके बाद आपको अपना प्राइसिंग मॉडल भी डिसाइड करना पड़ेगा।

जब कोई क्लाइंट आपके पास कोई सॉल्यूशन मांगने आ रहा है और आप उसे वैब बेस्ड सॉल्यूशन दे रहे हैं तो कोशिश कीजिए कि अपनी दी हुई सर्विस के बदले उसे monthly या yearly subscription ली जाए। अपने प्रोडक्ट या सॉफ्टवेर को एक ही प्राइस पर कस्टमर को लाइफटाइम पीरियड के लिए देने के बदले सब्सक्रिप्शन मॉडल पर देना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद रहेगा। हर एक सॉफ्टवेर को टाइम टू टाइम अपडेट और अपग्रेड करने की जरूरत पड़ती है। कई बार क्लाइंट आने वाले दिनों में अपनी जरूरत के हिसाब से सॉफ्टवेयर में चेंजेस लाने को भी कहता है तो इसके लिए बिना आपको सब्सक्रिप्शन या चार्ज सेट करना। जेसे upgradation fees, renewal fees, cyber security fees आदि.

Service को इस तरीके से देने पर आपके रेवेन्यू जनरेशन मॉडल को फायदा होता रहेगा। अब आगे बेसिस एक्सपेंड करने के लिए आपको एक वेबसाइट की जरूरत भी पड़ेगी इसलिए आप अपना एक domain name book करवा लीजिए। याद रखिएगा कि domain name जितना छोटा और आसान होगा उसे याद रखना और किसी क्लाइंट के लिए उसे इंटरनेट पर सर्च करना उतना ही आसान होगा। आज के टाइम पर कोई भी बिजनेस चलाने के लिए वेबसाइट बनाने का खर्चा बहुत ज्यादा नहीं होता है तो आप अपने लिए भी वेबसाइट बनवायें और क्लाइंट को भी वेबसाइट की अगर जरूरत है तो उसे भी रिकमेंड करे और इसी के साथ आगे बढ़ते हैं.

4. Create Brand Value:

अपनी सर्विस को एक ब्रैंड के तौर पर establish करने के लिए आपको एक brand name की जरूरत पड़ेगी और इसके लिए सबसे पहले अपनी कंपनी का नाम decide करके उसे रजिस्टर जरूर करवाएं। अपनी खुद की कंपनी कैसे रजिस्टर करनी और कौन से फॉर्मेट में उसे रजिस्टर करवा सकते हैं इस पर हमने article में आपको बताया भी है और समझाया भी है तो आपको इस पर काफी मदद मिल जाएगी.

अपनी प्रोग्रेस को अगर आप ट्रैक करते रहेंगे तो इससे आपकी ग्रोथ बहुत ज्यादा पॉजिटिव तरीके से आगे बढ़ेगी। आपके बनाए हुए प्रोडक्ट का क्लाइंट क्या फीडबैक दे रहा है? उसे यूज करने वाले लोग कितने कंफर्टेबल है? मार्केट में इस प्रोडक्ट का रिस्पॉन्स क्या है? क्या आपके client किसी अपने जानने वाले को या किसी दूसरी कंपनी को आपकी सर्विस रिकमेंड की है या नहीं और नई टेक्नोलॉजी आने पर आपकी टीम उस पर क्या काम कर रही है? इन सारी चीजों को अगर आप ट्राय करेंगे तो सॉफ्टवेयर ऐसे सर्विस में आप मार्केट लीडर बनने की ओर आगे बढ़ेंगे।

5. Focus on Service:

कई बार आपको अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए और अपने क्लाइंट बेस क्रिएट करने के लिए फ्री सर्विस भी देने की जरूरत पड़ सकती है। जैसी की software as a service business चला रहे हैं तो कुछ ऐसे बेसिक सॉफ्टवेयर बनाए जिसे ट्रायल बेसिस पर लोगों को यूज़ करने के लिए दे सके। जब क्लाइंट को लगेगा कि उनकी प्रॉब्लम को सॉल्व कर रहा है या उनकी रिक्वायरमेंट को फुल फिल कर रहा है तब आप उसके अपग्रेडेड वर्जन के लिए या फुलप्रूफ सॉल्यूशन के लिए सर्विस चार्ज ले सकते हैं.

सब्स्क्रिप्शन की डिमाण्ड भी कर सकते हैं तो फ्री ट्रायल सर्विस देने पर आपको ये फायदा होगा कि मार्केट से आपके प्रोडक्ट के बारे में फीडबैक आसानी से मिल जाएगा जो आपके प्रॉडक्ट की क्वॉलिटी को इम्प्रूव करने में हेल्प करेगा। टेक्नोलॉजी पर बढ़ती हमारी डिपेंडेंसी इस बिजनेस को कभी स्लो होने नहीं देगी। आजकल हर छोटी बड़ी एस्टेब्लिशमेंट को software solution की जरूरत पड़ती है। किसी छोटी organization का attendance maintenance software हो या फिर किसी का डेटाबेस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर सर्विसेस हमेशा डिमांड में रहेगी।