अगर आप अपने दिमाग पर पूरा काबू पा लेते है तो इस दिमाग है वो पूरी तरह से आपके कंट्रोल में आ जाता है। तब आपके लिए कुछ भी पाना कुछ भी बनना कुछ भी करना आपके लिए चुटकियों खेल बन जाता है। How to Control Your Mind ऐसा क्यों होगा क्योंकि जब आपका दिमाग आपकी control होगा तब आप आलस को कंट्रोल कर सकते हैं। आप focused रह सकते हैं। अब distraction क्या होता है? अब आप भूल जाओगे आप जैसे चाहो वैसे अपनी बॉडी को कंट्रोल कर पाएंगे कहां energy देनी है कौनसी जिस काम की है.

कई बार हमें पता होता है ना की काम का है लेकिन करनी पाते. तो वो दिमाग को कंट्रोल न करने की वजह से होता है. हद पार मेहनत करने लग जाएंगे आप। जो कहते है ना हद पार मेहनत करूँगा work like hell 100 hours a week. वो करने लग जाएंगे लेकिन ये दिमाग कंट्रोल होगा कैसे हैं इसका प्रैक्टिकल सल्यूशन क्या है? क्या ऐसी बात है अगर आपको न समझा दूं कि बाद में आपको लगेगा कि ये बेस्ट है।

1. Practice To Think:

इस article को पढने के बाद ही आप पूरी तरह दिमाग को कंट्रोलद नहीं लगोगे। मैं कोई चीज बताने वाला हूं उसपे आपको प्रैक्टिस करनी है वो सब बताने से पहले मैं आपको ये बता देता हूं कि इस article में आपको माइंड से रिलेटेड कुछ ऐसी बातें बताने वाला हो. जिसे समझना थोड़ा मुश्किल होगा लेकिन अगर उसे समझ लिया तो article को पढने के बाद आपका सोचने का नजरिया हंड्रेड परसेंट बदल जाएगा और आपका माइंड आपके पूरी तरह से कंट्रोल होगा आप जैसा चाहो वैसे आप अपने माइंड को जहां चाहुंगा लगा सकते हो। जितनी देर के लिए चाहो उतनी देर के लिए लगा सकते हो और वापस जब आप चाहो तब हटा सकती हो।

जो car होती है वो आपकी काबू में कब आती है जब आपको उसके पूरे सिस्टम अच्छे से पता होते हैं कि क्लच, ब्रेक, स्टेरिंग काम कैसे करते हैं। वैसे ही अगर आप अपने माइंड को कंट्रोल करना चाहते हो तो सबसे पहले आपको ये समझना होगा कि आखिर ये काम कैसे करता है। कोई भी चीज काम कैसे करती वो पता चल जाती है तो उसको कंट्रोल करना हमारे लिए आसान होता है. Mind में ऐसा क्या होता है कि हमारा माइंड कभी एक जगह टिक नहीं पाता है। यह टिककर के रहने सकते है और हर टाइम हम छोटी छोटी चीजों से distract क्यों होते हैं।

2. How to Control Your Mind & Feelings:

एसा इसलिए होता है की कि हम किसी भी काम को अवेयरनेस के साथ में नहीं करते हैं और जो हम चीजों को भूलते हैं वो भी इसी वजह से होता है क्योंकि हम अवेयरनेस के साथ मैनेज कर रहे हैं। अवेयरनेस जिसको आप ध्यान दे सकते वो फोकस कर सकते हो। चलो इसे थोड़ा डिटेल में बता था हमारे माइंड में हजारो टाइप के emotions stored रहते हजार टाइप की चीजे लव, हेट, एंगर, हैप्पीनेस, कोई जगह कोई इंसान को मेमरी न जाने क्या क्या स्टोर रहता है उन सब चीजों को आप एक एक बल्ब की तरह मान सकते हो।

How to Control Your Mind

वह सभी बल्ब हैं और अवेयरनेस यानि कि ध्यान का काम लाइट के जैसा होता है। जिस टाइम आप कपड़े के बारे में सोचोगे तब आप अपनी एनर्जी कपड़े के बल को जलाने में दोगे। उस वक्त कपड़े का बल्ब जल रहा आपके दिमाग में यानि कि आपका फोकस कपड़े पर होगा आपकी एनर्जी सब वहां पर जाएगी और next आपका माइंड फूड की तरफ चला जाता है। खाना दिमाग में आ गया तो कपड़े का बल्ब अब सही

से लगा ही नहीं कि बीच में ही फूड का बल्ब आन हो जाएगा और इसी तरह से आप पूरे दिन 16 घंटे जितना जगते हो उतने घंटों में आप अलग अलग बल्ब लगाते हो और आपका time waste करते हो. आप अवेयर रहकर एक चीज के बारे में सोच नहीं पाते। आप किसी एक चीज के बारे में 100% focus के साथ में सोचते हो। बट यह तो हर बार अलग अलग बल्ब जलते रहे। एक बल्ब ठीक से लगाने दूसरा लज्जत है तो वो लाइफ में मैनिफेस्टो होता ही नहीं।

जो हम चाहते हैं वो होनी पाता है क्योंकि फोकस नहीं रह पाते हैं दिमाग कंट्रोल मे नहीं है। अब इसका solution क्या है? आपने बात सुनी होगी practice makes a man perfect. आपने अगर कभी मेडिटेशन किया होगा तो आपको पता होगा कि मेडिटेशन प्रैक्टिस में हम हमारी अवेयरनेस यानी कि conciousness को एक जगह focus रखने की प्रैक्टिस करते हैं। हमारा conciousness इसे उसको एक जगह पर रखने की कोशिश करते हैं ताकि वो अलग अलग भटके ना और कुछ ही टाइम प्रैक्टिस के बाद आपकी अवेयरनेस इधर उधर भटकना बंद होती है और आप focused रहते हैं क्योंकि आपने उसे एक जगह रखने की प्रैक्टिस की है।

जिस तरह से कोई काम उसे उसकी प्रैक्टिस करते मैटर होते उसी तरह से दिमाग को कंट्रोल करने की भी प्रैक्टिस होती है। जितना आप उसमें एक जगह रहने की प्रैक्टिस करते हो उतना और आप उसमें बैटर होते हों और उतना ही आप दिमाग पर काबू पाते हो। इस प्रैक्टिस की वजह से आपने जिंदगी में एक टाइम ऐसा लाते हो कि आप चाहो वैसा करलेते हो. आपके mind में आता नहीं की में काना चाहता हु पर हो नहीं रहा।

3. Practice To Control Your Thoughts and Mind:

हमारी अवेयरनेस हमारा फोकस जो है वो बार बार इसलिए पढ़ता है क्योंकि हमने अवेयरनेस को हमेशा इधर उधर भटकने दिया है। हमने प्रैक्टिस भी इसी की की है। उसे इधर उधर भटकने की प्रैक्टिस ही हमने इसे कभी एक जगह रखने की प्रैक्टिस की ही नहीं और इस भटकने की प्रैक्टिस को हम कितने सालो से करते आ रहे फिर इसी पढ़ने की प्रैक्टिस को हम टालने का कीड़ा भी बोल सकते हैं. अभी कुछ दिमाग में है करने का उसको करने बैठे थोड़ा करना और दिमाग में कुछ और आ गया और उठा दिया।

इस तरह से हम चीजें टालते रहते हैं तो ये दिमाग कंट्रोल में न होने की वजह से हम चीजें भी टाल दिया करते है। ये कीड़ा एक जगह पर तभी आएगा जब आप उसे बार बार भड़कने से रोकेंगे या उसकी प्रैक्टिस करोगे. बिना प्रैक्टिस आप इसको कंट्रोल नहीं कर सकते। अगर आप 20 साल की हो 25 साल की हो इसका मतलब ये है कि 25 साल तक आपने इसको भटकने की प्रैक्टिस दी है। इसका मतलब 25 साल तक आपकी प्रैक्टिस हो चुकी है भटकने की. अब आपको दो या तीन महीने की प्रैक्टिस करनी होगी। इस दिमाग को कंट्रोल कर लेगी तब जाकर क्या आपको फर्क मिलेगा।

How to Control Your Mind

अगर आपने सोच लिया है कि मैं मेरे माइंड को पूरी तरह से कंट्रोल में लाकर ही रहूँगा तो जो बताऊंगा उस पर पूरा ध्यान देना। एक इंसान एवरेज 8 घंटे की नींद लेकर उठता है तो वो लिमिटेड एनर्जी के साथ उठता है। जब वो एनर्जी पूरे दिन यानि की बाकी के 16 घंटे खर्च हो जाती है तब आपको नींद आने लग जाती है। अब यह मत समझना की mind थक जाता है. Mind कभी थकता नहीं है वो नींद में भी काम करता है क्योंकि इसी वजह से हमें सपने भी याद हैं।

Energy limited होती है जब उठते हैं. इस एनर्जी को आप पैसों की तरह देखो। अगर हम सुबह उठकर लिमिटेड पैसे मिले। क्या आपको इतनी पैसे पूरे दिन में खर्च करने हैं तो आप उन पैसों को कितना बचा बचाकर खर्च करोगे। वैसे ही अगर आप एनर्जी के सामने करते हों इस एनर्जी को importance देते हो कि मेरे पास लिमिटेड है और मुझे सिर्फ वही खर्च करनी है जहां जरूरी है। जब आप इस एनर्जी को importance देने लग जाते हो तब आपका दिमाग ऑटोमेटिकली उसी जगह पर लगेगा जो काम का है और ये कुछ ही प्रैक्टिस के बाद पॉसिबल है।

4. Keep Yourself Calm:

End में आपको ये बताने वाला हु कि इस article में मैंने ध्यान को एक जगह रखने की प्रैक्टिस को ही मेरे दिमाग को कंट्रोल करना बताया है। दूसरी तरफ आप इसे मेडिटेशन भी कह सकते हैं। बस इसके लिए आपको कहीं एकांत या शांत जगह पर जाने की जरूरत है। दिमाग को कंट्रोल करने का मतलब है ध्यान को एक जगा लगाना और ध्यान एक जग लगता है जब उसकी प्रैक्टिस करते हैं। अगर दिमाग और हैबिट्स को कंट्रोल करने को लेकर आप दुनिया की बेस्ट बुक्स पढ़ जाते हो.

जिनको वर्ल्ड के फेमस authors ने लिखी है जिन बुक्स को पढ़कर मेरी सोच में बहुत बड़ा बदलाव आया तो मैं आपको हाइली रिकमंड करता हूं। कुछ किताबें जो आपको अभी amazon से ऑर्डर करके पढने स्टार्ट करनी चाहिए। आपको एक लिस्ट हर 15 दिन में एक किताब तो पढ़नी ही चाहिए। अगर आपको नॉलेज गेन करने की नॉलेज इस पावर ये बुक्स हिंदी में भी हैं और इंग्लिश में भी हैं।

आदत, एनर्जी, ट्रिगर सिस्टम, डिसिप्लीन, सोच और सब कॉन्शस माइंड के ऊपर मेरी फेवरिट बुक्स की लिस्ट मैंने बनाई है जो है:

a) The Power of Habit(धी पॉवर ऑफ़ हैबिट)

b) आपके अवचेतन मन की शक्ति

c) Atomic Habits

d) The Secret (रहस्य)