आज से लाखों करोडों साल पहले मानव जाति का विकास शुरू हुआ. धीरे धीरे हमने हजारों सालों के बीच, कैलकुलेशन करना भी सीख लिया, अंक भी विकसित कर लिए और उनको कैलकुलेट करने का तरीका भी. लेकिन इंसानी बौद्धिक क्षमता को ठेस तब पहुची जब उनके सामने बड़े बड़े Quantum Computers algorithms आने लगे और इसी बीच invent हुआ कंप्यूटर.

कंप्यूटर जो बड़ी से बड़ी कैलकुलेशन को आसानी से चुटकी बजाते ही हल कर सकता था. लेकिन इसकी भी एक लिमिट थी. दरअसल कंप्यूटर एटॉमिक लेवल तक की कैलकुलेशन तो कर सकता था लेकिन दिक्कत ये थी, कि वक़्त के साथ साथ जैसे जैसे साइंटिस्ट और छोटी यानि sub-एटॉमिक लेवल पर रिसर्च करने लगे तो कंप्यूटर इस काम को करने में सक्षम नहीं था.

Quantum Computers

इसलिए साइंटिस्टस ने इसका हल निकाला, क्वांटम कंप्यूटर के ज़रिये. इसकी मदद से छोटी से छोटी चीज़ की भी कैलकुलेशन अभी की जा सकती है. दरअसल, क्वांटम वर्ल्ड के अन्दर फिजिक्स के नियमो में भारी बदलाव आजाते हैं, जहाँ नार्मल कंप्यूटर में इनफार्मेशन को मेज़र करने के लिए, सबसे छोटी यूनिट “Bit” होती है वही क्वांटम कंप्यूटर, इसी काम को करने के लिए इस्तेमाल करते हैं Qubits का. हालाँकि इसमें भी इनफार्मेशन 0 और 1 की तरह, दो फॉर्म में ही होती है लेकिन इसका असली फर्क है इसके काम करने का तरीका.

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क्वांटम कंप्यूटर के अन्दर ये वैल्यू हमेशा 0 और 1 ही रहती है और लगातार आपस में बदलती रहती है लेकिन जैसे ही इसकी वैल्यू को मेज़र किया जाता है तो ये 0 या 1 में से, किसी एक वैल्यू को शो करने लगती है जो कि बेहद इंस्टेंट होता है. और क्वांटम कंप्यूटर ये काम करता है, मिलियंस एंड billions, पॉसिबल probabilities के आधार पर, और चूँकि ये पूरी कैलकुलेशन बहुत ही जटिल और deep एनालिसिस के बाद पूरी होती है इसलिए इसको लेके साइंटिस्ट हमेशा हैरान रह जाते हैं.

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अब इतना तो आपने समझ लिया, लेकिन इस Quantum Computers के क्षेत्र बहुत बड़ा है जिसमे दिन पर दिन नए लोगो की ज़रूरत है, ऐसे लोग को दूसरों से हट कर सोचते हो और उनके अन्दर जूनून हो, ब्रह्मांड के रहस्यों को सामने लाने का. अब बात आती है कि एक Quantum Computers साइंटिस्ट बना कैसे जाए? सबसे पहले तो आपका साइंस का बैकग्राउंड होना mandatory है इसके आलावा आप चाहे तो IIT के लिए तैयार करके वहां quantum इनफार्मेशन फील्ड में महारत हासिल कर सकते हैं.

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लेकिन अगर मान लीजिये आप सेलेक्ट नहीं होते और आपका पैशन Quantum Computers University In India में बरकरार है तो आप सिलसिलेवार तरीके से अपनी मंजिल तक पहुच सकते हैं. वैसे तो इस क्षेत्र में असीमित संभावनाएं हैं लेकिन सभी के लिए ये possibilities, different way में काम करती हैं. इसलिए अगर आप इंटरमीडिएट है, बैचलर में है, मास्टर्स में हैं या पीएचडी कर रहे हैं तो सबसे पहले आप शुरू कीजिये IBM के lectures और थीसिस पढना.

IBM दुनिया की लीडिंग Quantum Computers कंपनी है जिसने अपने खुद के इंस्टिट्यूट और labs को ओपन किया हुआ है जहाँ हर साल हजारों लोग अपने quantum कंप्यूटिंग के स्किल को पोलिश करने के लिए आते हैं. आप वहां के summer school को अटेंड कर सकते हैं जहाँ आपको बेसिक से लेके एडवांस लेवल तक की इनफार्मेशन आराम से मिल जाती है. इसके आलावा हम आपको टॉप places बताएँगे जहाँ आपका quantum साइंटिस्ट बनने का सपना पूरा हो जायेगा, सिर्फ आपको लगन और मेहनत के साथ लगे रहना है.

Quantum Computers University In India

1. Harish-Chandra Research Institute:

सबसे पहले हम शुरुआत करेंगे इंडिया से, जहाँ प्रयागराज का “हरीश चन्द्र रिसर्च इंस्टिट्यूट” सबसे पहले आता है. इस इंस्टिट्यूट के द्वारा, हर साल दो से तीन बार, फिजिक्स विसिटिंग प्रोग्राम होता है, इसमें हर साल कई स्टूडेंट्स अपने quantum के पैशन को निखारने और लेक्चरर के सामने रखने के लिए आते हैं.

जहाँ आप हिस्सा लेके अपने जैसे और लोगो से मिल सकते हैं जो इस quantum दुनिया का हिस्सा हैं. अगर आप लकी हुए और आपको काम करने का मौका मिला तो आप वहां इंटर्नशिप के तौर पर, theoretical और प्रैक्टिकल वर्क भी कर पायेंगे जो आपके आगे के करियर के लिए बहुत अच्छा साबित होगा. आप इस इंस्टिट्यूट में डिस्क्रिप्शन में दिए गए लिंक की हेल्प से apply कर सकते हैं.

2. Tata Institute of Fundamental Research:

दूसरा सबसे इम्पोर्टेन्ट प्लेस जहाँ आपको quantum फील्ड के दीवाने देखने को मिलेंगे वो है, “Tata Institute of Fundamental Research” इनका भी साल में स्टूडेंट विसिटिंग प्रोग्राम रन होता है जहाँ आप apply कर सकते हैं, यहाँ आपको मौका मिला तो आप practically, Quantum Computers सर्किट्स पर काम कर पायेंगे जिन्हें quantum सुपर कंडक्टर्स भी बोला जाता है. टाटा इंस्टिट्यूट की ये लैब वर्ल्ड क्लास फैसिलिटी से कम्पलीट है, जहाँ फिजिक्स के माहिर खिलाडी एक साथ मिलकर दुनिया बदल देने के इरादे से अपने पैशन को फॉलो करते हैं.

3. Raman Research Institute:

RRI बैंगलोर, जिसकी Quantum इनफार्मेशन एंड कंप्यूटिंग लैब में आप quantum physics के ओवरआल प्रैक्टिकल और कंप्यूटिंग एक्सपेरिमेंट्स का हिस्सा बन सकते हो. Banglore के इस इंस्टिट्यूट का नाम दूसरे देशो में भी, बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है क्यूंकि यहाँ के निकले रिसर्चरस, दुनिया भर के quantum प्रोजेक्ट्स में काम करके अपना लोहा मनवा रहे हैं. साल में एक बार ये भी अपने विसिटिंग प्रोग्राम को रन करते हैं, जिसमे कई सारे प्रोजेक्ट्स को शामिल किया जाता है.

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In Abroad

1. The University of Waterloo:

सबसे पहले बारी आती है, कनाडा की, जहाँ की “Waterloo यूनिवर्सिटी” में आप इंटर्नशिप के लिए apply कर सकते हो. इस यूनिवर्सिटी की खास बात ये है कि यहाँ इंटर्नशिप के लिए summer और विंटर, दोनों schools ओपन किये जाते हैं तो अगर साल में अगर आपको अलग अलग वक़्त पर आना जाना हुआ तो आप ऐसा कर सकते हैं. यहाँ आपको quantum के हर हिस्से में काम कर रहे लोगो से मिलने का मौका मिलेगा जिससे आप भी अपने स्किल को बेटर कर पायेंगे.

2. The University of Vienna:

Veinna University का जो Austria देश में है. यहाँ आप Quantum Computers के बिज़नेस एप्लीकेशन और टेक्निकल implications पर काम कर सकते हैं. यहाँ के स्टूडेंट्स दुनिया भर के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं और साथ ही इसके इंटर्नशिप प्रोग्राम का हिस्सा बनकर कई लोग अब तक नासा में अपना जलवा भी बिखेर चुके हैं. आपको वह apply करने में पूरी मदद करेगा.

3. The University of Gdańsk:

The University of Gdańsk जो दुनिया भर में quantum फील्ड के लोगो की पहली पसंद मानी जाती है, जो पोलैंड में स्थित है. भारत के कई छात्र, भारत से अपने स्किल को improve करके इसी यूनिवर्सिटी का हिस्सा बनना पसंद करते हैं. ये यूनिवर्सिटी भी समय समय पर अपने इंटर्नशिप प्रोग्राम रिलीज़ करती रहती है. यूरोप नहीं दुनिया की सबसे बेस्ट quantum यूनिवर्सिटी का ख़िताब इसी को मिला हुआ है. यकीन मानिये अगर आप इस यूनिवर्सिटी का हिस्सा बन जाते हैं तो फिर भविष्य में आपको कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ेगा.

दोस्तों, ये तो बात हुई इंटर्नशिप की और आपके करियर की शुरुआत की लेकिन क्या हो जब आपको अभी इस फील्ड के बारे में थोडा और समझना हो, लोगो से बात करनी हो, प्रोजेक्ट्स कैसे होते हैं, थीसिस कैसी होती हैं, ये समझना हो और अपने इंटरेस्ट को अपने पैशन में बदलना हो तो उसके लिए हम आपको निचे कुछ वेबसाइट के लिंक दे रहे हैं जहाँ दुनिया भर के टीचर्स, लेक्चररस, स्टूडेंट्स quantum कंप्यूटिंग और उससे related कंटेंट को आपस में शेयर करते रहते हैं.

Important Information on Quantum Information Science (QIS):

1. For the position on the quantum Physics website –  https://www.quantiki.org/

2. For a position in condensed matter, high energy physics, astrophysics, and any other – https://inspirehep.net/jobs/1384595

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इतना ही नहीं, यहाँ प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए लोगो की मदद भी ली जाती है और उनको hire भी किया जाता है, न जाने कितने स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप के लिए यहाँ से हेल्प मिली है. इसके आलावा quantum कंप्यूटिंग में पाइथन और दूसरी कंप्यूटिंग लैंग्वेज का बहुत use होता है इसलिए उस स्किल को बेसिक से लेके एडवांस तक ले जाने में ये वेबसाइटस आपकी पूरी मदद भी करेंगी.

इसके अलावा एक चीज़ और है जिसको लेके साइंटिस्ट अपने माथे पर हाथ कर बैठे हैं और उस पहेली को हल करने में लगे हैं. जैसा कि मैंने बताया कि जब भी क्वांटम कंप्यूटिंग में दोनों qubits को measure किया जाता है जो वो एक पॉसिबल स्टेट में आ जाते हैं. यानि पहले दोनों 0 और 1, दोनों पॉसिबल में काम कर रहे होते हैं, कभी एक qubit 0 होता है तो कभी दूसरा 0 हो जाता है लेकिन जैसे ही हम उन दोनों qubits को measure करते हैं तो एक 0 हो जाता है और दूसरा 1 हो जाता है.

अब इसमें हैरान करने वाली बात ये है कि इस measurement को करने के लिए आप दोनों qubits को चाहे एक दुसरे से कितना भी दूर रख लें तो भी एक की पोजीशन, दुसरे से हमेशा उलटी ही होगी, वो कभी एक जैसी नहीं हो सकती इसलिए साइंटिस्ट अभी तक ये समझ नहीं पाए तो कि एक qubit को दुसरे qubit के बारे में पता कैसे चलता है और वो कैसे अपने स्टेट को choose करता है. हालाँकि इस पुरे प्रोसस को Quantum Entanglement बोला जाता है.

Disclaimer: दिखाए गए Specifications वास्तविक उत्पाद से भिन्न हो सकते हैं। हम इस बात की गारंटी नहीं दे सकते कि इस पेज पर दी गई जानकारी 100% सही है। कृपया खरीदने से पहले खुदरा विक्रेता से जाँच करें।

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