Henry Ford जो कि Ford Motors company के मालिक और एक समय में दुनिया के मोस्ट successful और rich लोगों में शामिल थे। उनका कहना था कि productivity को improve करने का मतलब होता है हमारा कम पसीना बहाना ना कि ज्यादा पसीना बहाना। तो यहां Henry Ford के कहने का मतलब यह था कि productivity का मतलब ज़बर दस्ती पसीना बहा के या घटा मजूरी करके productive feel करना नहीं होता बल्कि असल मायने में प्रोडक्टिव होने का मतलब होता है Smart work करना।

Daily अपना टाइम और अपनी एनर्जी बचाने के लिए बिना फालतू में अपना पसीना बहाए और दोस्त इसी philosophy में खुद से रिलेट करते हैं तो इसीलिए इस article में हम आपके साथ कुछ ऐसी बातें शेयर करने वाले हैं जो आपको एक productive person बनाएगी। ऐसा Productive at Home person जो daily वही काम करता है जो real में results create करता हो बजाय fake work, shallow work या procrastinate work से. So बिना procrastinate आइये जानते हैं.

Productive at Home

1. The 90/90/1 Rule:

ज्यादातर लोगों के लिए प्रोडक्टिव बनने से भी ज्यादा कई बार अपने सबसे important task के लिए first action लेना या उसे एवं स्टार्ट करना भी सबसे ज्यादा मुश्किल होता है और यही थॉट आता है यार राइट टाइम पर स्टार्ट करूंगा या फिर अभी तो टाइम है। शाम को करूंगा। यही सोचने में पूरा दिन निकल जाता है और जहां सोचा था कि आज का दिन प्रोडक्टिव होगा वही दिन फिर शाम आने तक वेस्ट हो चुका होता। जबकि अपने मोस्ट इम्पॉर्टेंट काम को शुरू करना और उसे टाइम पे कंप्लीट करना ही फर्स्ट स्टैप प्रोडक्टिव होने का।

तो दोस्तो हम अपने मोस्ट इम्पॉर्टेंट काम को सही टाइम पर स्टार्ट कर सकें और daily 100% प्रोडक्टिविटी उसे कर भी सकें। इसके लिए Canadian author and leadership expert Robin Sharma The 90/90/1 Rule रूल सजेस्ट करते हैं तो इस रूल में आपको करना बस इतना है कि अगले 90 दिनों तक आपको अपने हर दिन की शुरुवात के 90 मिनट अपने उस एक मोस्ट इम्पॉर्टेंट काम को करने में स्पेंड करना है जो आपके लिए करना सबसे ज्यादा जरूरी है। अब यह मोस्ट इम्पॉर्टेंट काम हो सकता है आपकी स्टडीज आपका work आपकी practice या training.

अब इससे होगा यह कि ये 90 days आपको अपना daily most important काम करना सिखा देंगे जिसे आप हर दिन प्रोडक्टिव पसंद करेंगे क्योंकि ये रूल आपको flow state में enter होना सिखाता है। अगर आपका मोस्ट इम्पॉर्टेंट काम रोज़ 90 मिनट से ज्यादा का होता तो आप उसे बाकी बचे दिन में तो कर ही सकते हैं लेकिन अपने दिन की शुरुआत में उसे नाइट स्टे मिनट जरूर करना है और इस रूल की वजह से 90 days बाद ये रूल आपकी habit बन चुका होगा। आप खुद एक प्रोडक्टिव पर्सन.

2. Plan Your Own Productive System:

आप डिफरेंट सक्सेसफुल और प्रोडक्टिव लोगों से इंस्पिरेशन जरूर लो लेकिन आप अपने अकॉर्डिंग खुद का एक productive system बनाएं जिसमें 5 steps आपकी मदद करेंगे।

~Understand Your Capacity

आपको सबसे पहले खुद को समझना है कि आप पर्सन कैसे हो? क्या आप को हमेशा सिर्फ हार्डवर्क करना पसंद है या वर्क और लाइफ में एक बराबर बैलेंस बनाकर चलना पसंद करते हैं। आप डेली कितने घंटे अपने गोल्स के लिए मेहनत कर सकते हो। Please यहां आप अपने से झूठ मत बोलना। आपको प्रैक्टिकली और रियलिस्टिक लिए सोचना है।

~Priority Productivity

आपको रेली प्रोडक्टिव बनना है तो आपको एक टू डू लिस्ट नहीं बल्कि आपको एक सक्सेस लिस्ट फॉलो करने की जरूरत है। आपको एक लिस्ट बनानी है उन कामों की जो आपके दिन का सबसे ज्यादा टाइम वेस्ट करते हैं और आपको दूसरे उन कामों की लिस्ट बनानी है जो आपकी लाइफ में results creat करते हैं। यही काम आपको सबसे पहले कन्हैया बाकी सब बाद में। वैसे Warren Buffett suggest करते हैं कि हमें अपने daily task की लिस्ट में सिर्फ 3 most important work लिखने चाहिए उससे ज्यादा नहीं। इससे दोस्तो होगा ये कि आप शैलो वर्क से बचोगे और रियल वर्क कर पाओगे.

~Plan Ahead

आपको सुपर प्रोडक्ट्स बना तो आप already अपने हर month, week और day को advance में प्लान करके रचनाएं अपना हर months, weeks, और days को प्लैन और शिड्यूल करने के लिए आप अपना journal, google calender या कोई भी फोन app use कर सकते हैं।

~Give Yourself Deadlines

सोचो कि अगर कोई टाइम लिमिट या डेडलाइन से नहीं होती तो वर्ल्ड में इतने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स कैसे बन पाते। तो जहां जो काम एक घंटे में हो सकता है उसमें दो घंटे लगाके क्यों टाइम वेस्ट करना ये चीज आपके सभी कामों में अप्लाई होती है। आपको काम स्टार्ट करने से पहले डिसाइड कर लेना है कि ये वर्क कितना टाइम डिमांड करता है या डिजर्व करता है। बस उतना ही टाइम उसे दो. Parkinson’s Law की मदद से आप इसे अच्छे से समझ सकते हैं।

~Check Your List Twice in a Day

लास्ट स्टेप में आपको करना बस इतना है कि जो भी गोल्स लिस्ट प्लैन और शिड्यूल आपने बनाया है आपको डेली सोने से पहले और उठने के बाद उसे read करना है ताकि वो आपके सब कॉन्शस माइंड में बिल्कुल छप जाए।

3. Don’t be Busy All The Time

हमेशा बिजी रहना एक बहुत ही फैंसी हैबिट लगती है क्योंकि ये हमें फील करवाती है कि हम कुछ काम कर रहे हैं और प्रोग्रेस कर रहे हैं। याद रखिए ऐसा सिर्फ हमें लगता है लेकिन सच्चाई ये है कि हमेशा बिजी रहने का मतलब ये नहीं होता कि आप हमेशा पटकने में प्लस हमेशा बिजी रहना हमारे अंदर स्ट्रेस भी क्रिएट करता है और हम उन्हीं चीजों पर फोकस कर पाते हैं जो हमें उस वक्त हमारे सामने दिखती हैं।

हमारे पास न्यू आइडियाज या न्यू तरीकों या लाइफ के बारे में सोचने के लिए टाइम ही नहीं बचता। जब हम सुपर Productive at Home होने से ज्यादा सुपर बिजी होने पर ध्यान देते हैं. The Wellbeing Thesis के according 2017 में Kem Park Avenue के द्वारा की गई स्टडी में पता चला कि वर्क और पूरे दिन के बीच में लिए जाने वाले कुछ देर के छोटे छोटे मिनी ब्रेक्स या हर कुछ महीनों बाद वेकेशन पर जाना हमारी वेल बीइंग को सपोर्ट करता है और हमारी प्रोडक्टिविटी को इनक्रीज भी. Even लीडरशिप कोचेस एक्सपर्ट्स भी रिकमेंड करते हैं जितना हमारे लिए वॉक या हाजमा करना जरूरी है उतना ही अपनी ब्रेन और बॉडी को भी rest जरूरी है.

क्योंकि यही रेस्ट पीरियड आपकी ब्रेन को और आपकी बॉडी को रिपेयर और रिलैक्स करके दोबारा तैयार करता है। प्रोडक्टिविटी वॉक करने के लिए वरना आप हमेशा थका हुआ स्ट्रेस या लेजी ही फील करोगे और ज़बरदस्ती काम करोगे तो अपने शिड्यूल और डेज में अपना रेस्ट जरूर इंक्लूड करें जहां आप डेली कुछ देर से मिनी ब्रेक्स लेकर रिलैक्स करें या आप कुछ टाइम ट्रैवल भी कर सकते हैं रिफ्रेशमेंट के लिए.

4. Create a Productive at Home Environment:

जहां आप आजकल घर में रह के प्रोडक्टिव होना चाहते हैं। कॉलेज में अपने आफिस में या कहीं और अब जो हम टिप्स आपको बताने वाले हैं वो आपको हमेशा हर जगह फॉलो करने जब भी आप अपना काम स्टडी या प्रैक्टिस कर रहे हों ताकि आपका एनवायरमेंट प्रोडक्टिव और focused हो ना के distractive आपको अपने वर्किंग डेस्क और स्पेस को बाकी चीजों के लिए भी यूज नहीं करना है। जहां आप काम भी कर रहे हों खाना भी खा रहे हों सो भी रहे हों और फोन भी यूज कर रहे हो और साथ ही टाइम वेस्ट भी।

आपको अपने एरिया और जगह डिसाइड कर लिया जहां आप सिर्फ अपना काम स्टडी या प्रैक्टिस करते हो और कुछ नहीं। आपको अपने आस पास के लोगों को ऑलरेडी बोल के रखना है कि जब मैं काम कर रहा हूं तो मुझे कोई डिस्टर्ब ना करें। अगर बहुत ही ज्यादा इम्पॉर्टेंट ना हो या वो काम मेरे बिना ना हो सके. No बोलना सीखो क्योंकि मोस्ट Productive at Home लोग यस से ज्यादा फालतू चीजों और कामों को No बोलते हैं आपको स्ट्रिक्ट रूल बना के रखना कि आप वॉक के टाइम फोन बिल्कुल भी यूज नहीं करोगे और नोटिफिकेशंस भी आफ करके रखनी है।

आप अपने फोन को वर्क या स्टडी कंप्लीट करने के बाद उसे आपके रिवॉर्ड की तरह यूज कर सकते हो बजाय डिस्ट्रक्शन की तरह अपने set time में work / study complete करने के बाद आप पूरे दिन में कुछ कुछ देर में मिनी ब्रेक्स ले के थोड़ा बाहर जरूर जाइए। बाहर जाने का मतलब सिर्फ यही नहीं क्या बाहर रोड पे या पार्क नहीं जा बल्कि आप बैलकनी या टैरेस में भी जा सकते हैं। 10 या 15 मिनट के लिए. हर दिन के आखिर में अपने पूरे दिन को रिफ्लेक्ट करो। अगर दिन प्रोडक्टिव गया तो खुद पे प्राउड करो। अगर दिन अन प्रोडक्टिव गया तो देखो गलती कहां की और फिर अगले दिन फिर ट्राय करे.

5. Be More Productive on Your Peak Productive Hours:

असल में देखा जाए तो सभी के पास उनके अकॉर्डिंग एक पूरे दिन में एक certain time होता है जब वो most productive के होते हैं। शायद आपके लिए सुबह का वक्त होता हो जब आप मोस्ट प्रोडक्टिव और एनर्जेटिक फील करते हैं या कोई शाम के वक्त में सबसे ज्यादा Productive at Home और एनर्जेटिक फील करता है और में भी आपकी क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी रात में बूस्ट होती हो। अब चाहे आप एक अर्ली बर्ड हों या नाइट आउल आपको अपने मेन गोल्स के लिए अपनी एनर्जी अपने peak productive hours के लिए बचाकर रखनी चाहिए।

In other words आपको अपनी energy और creativity busy work में वेस्ट नहीं करनी चाहिए जो बड़े रिसर्च क्रिएट नहीं करते। आपको अपने बोरिंग और अपने वर्क को तब करना चाहिए जब आप लेजी फील कर रहे हों जिसमें आपकी मेंटल एनर्जी ना लगती हो। इस वार्ड में आपके घर के बाकी काम किसी से कॉल पर बात करना या अपने पर्सनल कुछ एक्स्ट्रा काम करना हो सकता है और ऐसा करने से आप अपनी रियल प्रॉब्लम्स और चैलेंजेस से तब लड़ पाएंगे जब आपकी एनर्जी और Productive at Home अपने peak hours आसपास होगी। आप किस वक्त काम करते हो ये इम्पॉर्टेंट नहीं है बल्कि ये इम्पॉर्टेंट है कि आप काम कर रहे हैं या नहीं.