दोस्तो आज दुनिया में बहुत कम लोग ही ऐसे हैं जिन्हें Elon Musk की तरह जाना और पहचाना जाता है क्योंकि Elon एक इसे इंसान हैं जिन्होंने नामुमकिन को भी मुमकिन कर दिखाया है। वो जिस भी फील्ड में अपने पांव रखते हैं कामयाबी उनके कदम चूमती हैं। यही वजह है कि उन्हें आज के जमाने का जीनियस कहा जाता है। अब यूं तो Elon Musk के जीवन और करियर पर बहुत सी किताबें लिखी जा चुकी हैं.
लेकिन उनमें सबसे फेमस अमेरिकन लेखक Ashlee Vange ने साल 2015 में लिखी थी ऐशले ने अपनी इस किताब में एलोन की लाइफ से जुडी हुई बहुत सी अनसुनी व रहस्यमयी बातें भी बताई थी. आज की हमारी इस article में भी हम आपको उन्हीं के द्वारा बताई गई कुछ बेहद इंट्रेस्टिंग बातों को बताने वाले हैं। Elon जन्म 1971 में साउथ अफ्रीका के Pretoria में हुआ था। उनके पिता पेशे से एक इंजीनियर और मां एक मॉडल व डायटीशियन थी। Elon Musk ने अपना शुरुआती जीवन साउथ अफ्रीका में ही रहकर बिताया था जो कि उनके लिए काफी मुश्किल समय था।
1. Elon Musk Early Life:
असल में वे दूसरे बच्चों से बिल्कुल अलग थे। इसके चलते वो किसी भी स्कूल में कभी भी सही ढंग से सेटल हो ही नहीं पाए। हालांकि दुनिया के दूसरे जीनियस लोगों की तरह ही एलोन में भी सेल्फ लर्निंग यानि की खुद से ही चीजों को सीखने का हुनर था और यही वजह थी कि वे स्कूल में पढ़ाई न कर पाने के बावजूद भी हर एक विषय में बाकी बच्चों से काफी ज्यादा नॉलेज रखते थे। दरसल एलन का बहुत कम उम्र में ही किताबें पढ़ने का शौक लग गया था.
आगे चलकर उनकी यही आदत उन्हें कामयाब बनाने में सबसे महत्वपूर्ण साबित हुई। उनके छोटे भाई kimbal musk बताते हैं कि बचपन में एलोन हर रोज 10 घंटे किताबें पढ़ा करते थे और वीकेंड पर उनका टारगेट दो किताबों को खत्म करने का रहता था। आपको जानकर हैरानी होगी कि Elon Musk ने बहुत कम समय में ही अपनी स्कूल की लाइब्रेरी की सारी किताबें पढ़ डाली थी. यहां तक कि उन्हें नई किताबों के लिए अपने स्कूल में रिक्वेस्ट करनी पड़ी थी। किताबें पढ़ने के अलावा Elon Musk को सोचने का भी काफी शौक था और वे हर समय किसी ना किसी चीज के बारे में गहराई से सोचते रहते थे.
उनकी सोच इतनी गहरी होती थी कि उन्हें किसी की आवाज तक सुनाई नहीं देती थी और उनकी इन्हीं आदत से उनके घर वाले भी काफी परेशान रहते थे। शुरूआत में elon के पैरंट्स को लगा कि शायद उनके बेटे के कानों में कोई गड़बड़ है जिसकी वजह से वो सो नहीं पाता. यही सोचकर वे उन्हें एक डॉक्टर के पास भी लेकर गए। उस डॉक्टर ने इलाज के कानों की एक सर्जरी की जिससे कि बच्चों के सुनने की क्षमता तेज हो जाती है। लेकिन इस सर्जरी के बाद भी एलविन की ना सुनने वाली आदत में कोई बदलाव नहीं आया क्योंकि उनके ऐसा करने की वजह उनका कान नहीं बल्कि उनका दिमाग था।
2. Elon Musk Activities:
असल में सोचते समय एलोन के दिमाग के फोकस का लेवल इतना ज्यादा बढ़ जाता था कि उन्हें यह भी पता नहीं चलता कि उनके आस पास आखिर हो क्या रहा है। फिर धीरे धीरे ये चीज उनके पैरंट्स को भी समझ आ गई थी। Elon Musk की उम्र जब 9 साल हुई तो उनका इंट्रेस्ट कंप्यूटर में बढ़ने लगा और तब उनके माता पिता ने उन्हें उनकी लाइफ का पहला कंप्यूटर दिलाया जिसका नाम Commodore VIC 20 था।
इस कंप्यूटर के साथ में एक प्रोग्रामिंग मैनुअल भी आता था जिसको पूरा पढ़ने और सीखने में आम लोगों को मिनिमम छह महीना लगता ही था लेकिन 9 साल के elon ने उस मैनुअल को रात दिन पढ़कर सिर्फ 30 दिनों में ही खत्म कर दिया था. उस किताब से सीखी उन्हीं प्रोग्रामिंग स्किल्स की मदद से उन्होंने सिर्फ 12 साल की उम्र में एक विडियो गेम बनाया जिसका नाम ब्लास्टर था। बताया जाता है कि elon ने अपने उस गेम को 500 डॉलर्स की रकम में बेचा था जो कि उस समय और उनकी उम्र के हिसाब से एक बहुत अच्छी रकम थी।
इस तरह से अपनी लाइफ में पहले ही काम और इस स्टार्टअप में कामयाबी मिलने के बाद इलानो का मनोबल काफी ज्यादा बढ़ गया. उन्होंने उसी समय ही तय कर लिया कि वे लाइट्स में कुछ बड़ा करेंगे। अब elon को लगता था कि कुछ बड़ा करने के लिए उन्हें साउथ अफ्रीका छोड़कर अमेरिका शिफ्ट होना ही पड़ेगा क्योंकि टेक्नोलॉजी के मामले में अमेरिका उस समय सबसे ज्यादा तेजी से तरक्की कर रहा था.
इसीलिए 17 साल के Elon Musk साल 1988 में पहले कैनेडा शिफ्ट हुए और फिर उसके बाद सालों 1992 में वे अपनी कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के लिए अमेरिका शिफ्ट हो गए। Elon के मन में उस समय भी बहुत सारे ऐसे प्लान्स थे जिनके ऊपर वो काम करना चाहते थे. लेकिन तब उनकी फाइनेंशल सिचुएशन ऐसी नहीं थी कि वो ऐसा कर पाते। चूंकि उस समय इंटरनेट पूरी दुनिया में काफी तेजी से फैल रहा था इसलिए उन्होंने सबसे पहले इंटरनेट से जुड़ा हुआ कोई काम करने के बारे में सोचा।
3. Business of Elon Musk:
इंटरनेट की क्रांति को देखते हुए एलोन ने अपने भाई Kimbal के साथ मिलकर 1995 में Zip2 नाम की एक वेब सॉफ्टवेयर कंपनी शुरू की। दरअसल Zip2 एक ऐसी कंपनी थी जोकि न्यूजपेपर पब्लिशिंग इंडस्ट्री को मैप्स डायरेक्शंस और यलो पेजेस के साथ ही आनलाइन सिटी गाइड सॉफ्टवेयर प्रोवाइड करती थी। अब शुरुवात में elon की इस कंपनी के सामने बहुत सी मुसीबतें आईं क्योंकि उस समय इंटरनेट की जानकारी बहुत ही कम लोगों को थी लेकिन जैसे जैसे लोगों को इंटरनेट की पावर समझ आई वैसे ही वैसे इलाके यह कंपनी कामयाब होती गई.
साल 1999 में अमेरिकन कंपनी Compaq ने एलान की Zip2 को 307 मिलियन डॉलर्स की बड़े रकम में खरीद लिया था जिसमें से elon musk के हिस्से में 22 मिलियन डॉलर्स आए थे और इस तरह सिर्फ 27 साल की उम्र में ही वे एक मिलेनियर बन गए। अब Elon Musk की जगह कोई और होता तो शायद यहीं पर रिटायर होकर इस रकम के साथ अपनी बाकी की जिंदगी सुकून से बिताने का फैसला ले लेता। लेकिन Elon Musk भला इतनी सी कामयाबी पर कहां रुकने वाले थे उन्होंने अपनी कंपनी के बिक जाने के बाद से यह आब्जर्वर लगाना शुरू किया कि अब वह ऐसा क्या कर सकते हैं जिसकी ही मार्केट में जरूरत है.
4. Growth Of Elon Musk:
तब उन्होंने देखा कि दुनियाभर में बैंकिंग के काम बड़ी ही सुस्ती के साथ होते हैं। यहां तक कि एक छोटी सी रकम को ट्रांसफर करने में भी इंसान का काफी सारा समय बर्बाद हो जाता था. यह सब देखकर उन्होंने तय किया कि वे लोगों की समस्या का हल जरूर देंगे। Elon ने Zip2 से मिले अपने 22 मिलियन डॉलर्स में से पर्सेंट रकम लगाकर एक्स डॉट कॉम नाम की एक कंपनी को खड़ा किया जोकि दुनिया का पहला ऑनलाइन बैंक था। उनका ये आनलाइन बैंक उस समय लोगों को इंस्टेंट मनी ट्रांसफर और रिसीव करने जैसी प्रीमियम सर्विसेज देता था। वैसे अमेरिका में Confinity नाम की एक और
कंपनी भी थी जोकि एक्स डॉट कॉम जैसी ही सर्विसेस प्रोवाइड करती थी और इलानो ने कंपटीशन में नुकसान से बचने के लिए अपनी कंपनी को Confinity के साथ में मर्ज कर दिया था और दोस्तों मर्ज होने के बाद ही इस कंपनी का नाम PayPal रखा गया जोकि आज भी पूरी दुनिया में फेमस है। हालांकि Confinity के फाउंडर Max Levchin, Peter Thiel, Luke Nosek से एलोन मस्क की कभी भी नहीं बनी.
इसके लिए कंपनी के लगातार ग्रो करने के बावजूद भी साल 2002 में इसको बेचने का फैसला कर लिया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिकन इकॉनमी कंपनी ईबे ने पेपाल को 1.5 बिलियन डॉलर्स की बड़ी रकम में खरीदा था और चूंकि elon उस समय PayPal में सबसे बड़े शेयर होल्डर थे इसलिए इस डील के जरिए उनके हिस्से में 180 मिलियन डॉलर्स की बड़ी रकम आई थी।
इस कंपनी के बिकने के बाद से इन्होंने एक ऐसा काम करने का फैसला लिया जिसने की पूरी दुनिया को ही हैरान कर के रख दिया था। दरअसल उन्होंने SpaceX नाम की एक रॉकेट कंपनी को शुरू की जिसका गोल सस्ते रॉकेट बनाना वह आम लोगों को अंतरिक्ष की सैर करवाना था। अब चूंकि यह काम दुनिया की बड़ी बड़ी स्पेस एजेंसियां भी नहीं कर पाई थीं इसीलिए एलोन के इस फैसले का बहुत से लोगों ने उस समय मजाक भी बनाया था लेकिन इसके बाद मिलान ने दुनिया को एक बार फिर से 2004 में तब चौंकाया जब उन्होंने अपना काफी सारा पैसा टेस्ला नाम की एक इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी में इनवेस्ट कर दिया।
Conclusion:
असल में उस समय दुनिया के अंदर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बिल्कुल नहीं जलते थे इसीलिए लोगों ने कहा कि एलोन अपना पैसा गड्ढे में डाल रहे हैं। यहाँ तक की उनके इस फेसले पर बहोत से लोग elon को पागल और सनकी भी कहने लगे थे. लेकिंग elon खुद पर भरोसा करके अपनी पूरी मेहनत से इन company को कामयाब बनाने की कोशिस में लगे रहे. कुछ ही सालो में उन्होंने दुनिया के सभी लोगो को गलत साबित करते हुए अपनी इन कंपनी को कामयाबी की बुलंदी पर पोहचा दिया.
जो लोग Elon को संकी समज ते थे उनको ये समाज आगया था की वो कोई पागल नहीं बल्कि एक genius इन्सान है. Elon के हर फेसले के पीछे एक long term goal और बहोत बड़ी प्लानिंग छिपी होती है. अब पूरी दुनिया न सिर्फ उन्हें सुनती है बल्कि उनकी कही हर एक बात को सच भी मानती है. सही में देखे तो यही उनकी सबसे बड़ी कामयाबी है.